
संवाददाता नागेंद्र सिंह राजपूत
देवास। शहर में सोशल मीडिया पर सक्रिय एक फर्जी आईडी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। गीता दुर्गेश अग्रवाल की शिकायत पर ‘दर्पण देवास’ नाम की फर्जी फेसबुक आईडी के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी हर्ष वर्मा को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि उक्त फर्जी आईडी से लंबे समय से एक खास राजपरिवार को भी निशाना बनाया जा रहा था। पोस्ट के ज़रिए निजी हमले किए जा रहे थे, जिससे सामाजिक और राजनीतिक माहौल प्रभावित हो रहा था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी को थाने में VIP ट्रीटमेंट दिया गया — जिससे यह संदेह और गहराता है कि क्या वह किसी बड़े राजनीतिक संरक्षण में था?
हालाकि थाना प्रभारी कोतवाली ने VIP ट्रीटमेंट को लेकर कहा कि आरोपी से पूछताछ चल रही है इस लिए हवालात में नहीं रख सकते उसे पूछताछ के लिए बाहर रखा है।
सूत्रों की मानें तो ऐसी कई फर्जी आईडीज़ देवास में सक्रिय हैं, जिनसे हिंदुत्व के नाम पर माहौल गर्म किया जा रहा है, लेकिन निशाने पर वही हिंदू नेता हैं जो राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माने जाते हैं। यानी हिंदुत्व की आड़ में निजी दुश्मनी और राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं।
अब जब जनता के सामने सच्चाई आ चुकी है, सवाल यह है:
क्या पुलिस इन सभी फर्जी आईडी की निष्पक्ष जांच करेगी?
क्या इन मामलों में शामिल बड़े नामों का भी पर्दाफाश होगा?
क्या सोशल मीडिया की आड़ में चल रही यह ‘डिजिटल राजनीति’ अब रुकेगी?
फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन देवास की जनता अब जवाब चाहती है — आख़िर इस पूरे खेल के पीछे कौन है?




