
संवाददाता नागेंद्र सिंह राजपूत
देवास। जिले में जब से पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने देवास ज़िले की कमान संभाली है, तभी से अपराधों पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। अपराधों में कई गुणा कमी आई है और आमजन को सुरक्षा का अहसास हुआ है।
एसपी गेहलोद की अगुवाई में देवास पुलिस ने तकनीक और जन-सहयोग को पुलिसिंग की मज़बूत कड़ी बनाया है। “ऑपरेशन त्रिनेत्रम – एक कैमरा जिला की सुरक्षा के नाम” के तहत जिले के सभी थानों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। वहीं, शहर और कस्बों के संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले इलाक़ों में नागरिकों की भागीदारी से सैकड़ों कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे लगवाने वाले सजग नागरिकों को पुलिस सम्मानित कर रही है, जिससे जनता और पुलिस का रिश्ता और भी मज़बूत हुआ है।
इसके साथ ही जिले में “ऑपरेशन पवित्र” की भी शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत असामाजिक तत्वों और आदतन अपराधियों को बीएनएसएस के प्रावधानों के अनुसार उच्च राशि से बाउंड ओवर किया जा रहा है। यदि वे बाउंड ओवर की अवधि में दोबारा शांति भंग करते हैं, तो उनके खिलाफ धारा 141 बीएनएसएस के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है—या तो उनसे बाउंड राशि वसूली जा रही है अथवा जेल भेजा जा रहा है। एसपी गेहलोद द्वारा रोजाना हर थानों की मॉनिटरिंग की जाती है हर अपराध को बारीकी से देखा जाता है। संबंधित पुलिसकर्मी को दिशानिर्देश दिए जाते हैं। वहीं एसपी पुनीत गेहलोद की सख़्ती, दूरदृष्टि और पारदर्शी कार्यशैली से देवास पुलिस की छवि में निखार आया है। अपराधियों में भय और जनता में विश्वास—यही उनकी पुलिसिंग का मूल मंत्र बन गया है।




